एक परमात्मा की अवधारणा उपयोगी है जो अपने नाम के जैसी है । समस्या परमात्मा कौन है श्राद्ध है बन्धनों का अपना ही एक मोह है। इनमें अनगिनत कष्ट है। लेकिन इन कष्टों में ही हमारा सुख है। वह अपने दिल का जायजा ले रही थी। एक क्षण मे ही उसे अपनी गलती का अहसास हो गया।उसकी पलकों की पंखुड़ियों के बीच अश्रु अनिच्छा से चमक उठे। परमात्मा अव्याख्य है सेवा god is there but mysterious मौसी एक कलम अपने मालिक की सोच का बखान करती है। ब्रह्मांडीय केन्द्र ही god है दरवाजा परमात्मा एक अनुभूति है आशा एक लड़की की कहानी सिर्फ आशा ही है उसके पास। ध्यान ही परमात्मा एक अर्थ में परमपिता ह

Hindi बन्धनों का अपना ही एक मोह है। इनमें अनगिनत कष्ट है। लेकिन इन कष्टों में ही हमारा सुख है। वह अपने दिल का जायजा ले रही थी। एक क्षण मे ही उसे अपनी गलती का अहसास हो गया।उसकी पलकों की पंखुड़ियों के बीच अश्रु अनिच्छा से चमक उठे। Stories